- जापान के प्रधानमंत्री ने, ‘जापान के शहर टोक्यो, ओसाका और पांच अन्य जगहों पर इमेरजेंसी घोषित की’।
- मरीजों की संख्या 3900 के पार पहुंच रही है। प्रधान मंत्री शिंजो आबे ने विशेषज्ञों से ली थी राय
- विशेषज्ञों की राया पर सोमवार को इमेरजेंसी की ओर कर दिया था इशारा।
टोक्योः समाचार एजेंसी टोक्यो राइटर्स के मुताबिक प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने जापान में कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए इमेरजेंसी घोषित कर दी है। इमेरजेंसी का ऐलान मंगलावार को किया गया। इमेरजेंसी जापान की राजधानी टोक्यो, ओसाका समेत पांच अन्य जगहों (कंगावा, चीबा, साइतामा, फुकोउका और हृोगो) पर लागू की गयी है। जापान में इमेरजेंसी लागू करने की खास वज़ह कोरोना के मरीजों मे बढहोत्री है। देश के प्रधान मंत्री ने कोरोना के बढते प्रकोप के कारण इतवार को ही इमेरजेसी लगाने की ओर इशारा कर दिया था । शिंजो आबे ने इसी लिए विशेषज्ञों के साथ बैठक कर टोक्यों, ओसाका समेत पांच अन्य राज्यों में इमेरजेसी घोषित कर दी है।
जापान के प्रधान मंत्री ने विशेषज्ञों से ली थी राय
Japan Prime Minister Shinzo Abe declares state of emergency in Tokyo, Osaka, five other prefectures to combat the coronavirus: Reuters pic.twitter.com/ontwsVRFwq
— ANI (@ANI) April 7, 2020
प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी को देखते हुए विशेषज्ञों से राय ली थी।
विशेषज्ञों ने अपनी राय में सरकार से कडे कदम उठाने की सिफारिश की थी।
इस लिए प्रधानमंत्री ने देश मे आपातकाल घोषित करने की ओर इशारा किया था।
लेकिन ‘समाचार एजेंसी राइटर्स’ के मुताबिक आपातकाल (इमेरजेंसी) का प्रभाव मंगलवार से होगा। देश के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने ऐसी घोषणा की थी। उपर्युक्त जगहों पर आपातकाल लागू करने की सबसे बढा कारण एक दिन में 100 से ज्यादा मरीजों का पाया जाना। इस लिए सरकार ने घर में रहने के निर्देश दिये हैं साथ ही राहत पैकेज का ऐलान किया है। सरकार की तरफ से घर में रहने के सख्त निर्देश दिये गये हैं। हालांकि इस देश में अन्य देशों के मुकाबले मरीजों की संख्या उतनी नहीं है, जितनी अन्य देशों की है। फिर भी सरकार कोरोना की बढती वैश्विक महामारी को देखते हुए किसी प्रकार की चूक नही करना चाहती है।
Author: टीम, भारतीय बुलेटिन
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