उत्तराखंडः कोरोना की दवाई का ढिंढोरा पीटने वाले बाबा राम देव की मुश्किलें बढ रही हैं। कल तक कोरोना के मरीज को केवल सात दिन में ही ठीक करने वाले बाबा राम देव की पोल खुल गयी है। उनकी पोल उत्तराखंड के लाइसेंस अधिकारी ने खोली है। उत्तरा खंड के लाइसेंस अधिकारी ने कहा कि ‘हमने बाबा राम देव को केवल बुख़ार, खांसी, और इम्यूनिटी बूस्टर का लाइसेंस दिया है। फिर ये कोरोना का लाइसेंस कहां से ले आये।
हम उन्हें एक नोटिस जारी करके पूछेंगे कि उन्हे किट बनाने की अनुमति कैसे मिली (covid 19 के लिए)। लाइसेंस अधिकारी उत्तराखंड विभाग।
As per Patanjali's application, we issued them license. They didn't mention coronavirus, we only approved license for immunity booster, cough & fever. We'll issue them a notice asking how they got permission to make the kit (for COVID19): Licence Officer, Uttarakhand Ayurved Dept pic.twitter.com/I7CWKoJhbK
— ANI (@ANI) June 24, 2020
बाबा राम देव ने कल कोरोना को मात देने वाली दवाई कोरोनिल किट लॉन्च की थी और सात दिन में कोरोना के मरीज का ठीक होने का 100 प्रतिशत ठीक होने का दावा किया था।
लेकिन लॉन्च होने के कुछ ही घंटो के बाद आयुष मंत्रालय ने बाबा राम देव को कोरोना किट का विज्ञापन करने पर रोक लगा दी थी। आयुष मंत्रालय ने कहा था कि जो रिपोर्ट और जानकारी दावा किया जा रहा है, वह पहले आयुष मंत्रालय को नहीं दी गयीं। इस को बाबा राम देव ने कम्यूनिकेशन गैप बताया था। और फिर सब कुछ ठीक होने की बात कही।
patanjali order me app
पतंजलि ऑर्डर मी ऐप के द्वारा घर-घर होम डिलवरी कि खबरें भी आज सुबह तेजी से आयी। ऐसे में उत्तराखंड के लाइसेंस अधिकारी का ये खुलासा करना की बाबा राम देव को कोविड 19 की दवाई बनाने की अनुमति ही नहीं मिली तो वे कोरोना वायरस की दवाई कैसे बना सकते हैं। इस लिए क्या बाबा की मुश्किलें बढती नज़र आ रही हैं। बाबा पर कई धाराओं पर केस दर्ज हो सकता है।
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Author: टीम, भारतीय बुलेटिन
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