नयी दिल्लीः तेलूगू फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज कलाकार Jaya Prakash Reddy का आज 8 सिंतबर, 2020 को cardiac arrest के कारण देहान्त हो गया है। जय प्रकाश रेड्डी 74 साल के थे। एक्टर सुधीर बाबू ने उनके देहान्त की ख़बर ट्विटर पर साझा की। उन्होंने लिखा-Woke up to a terrible news. Rest in peace sir.
Woke up to a terrible news. Rest in peace sir. #JayaprakashReddy pic.twitter.com/pjadwyFblI
— Sudheer Babu (@isudheerbabu) September 8, 2020
TDP (Telugu Desam Party) chief N Chandrababu Naidu expresses grief on the passing away of Telugu actor Jaya Prakash Reddy. pic.twitter.com/4J8FfUcnUb
— ANI (@ANI) September 8, 2020
उनका पूरा नाम तुर्पू जय प्रकाश रेड्डी था। वह एक तेलगू अभिनेता थे । उनका जन्म आंध्रप्रदेश के कुरनूल जिले के सिविल में हुआ था। उन्होंने तेलगू फिल्म ‘समस सिंह’ के साथ प्रसिद्ध हुए थे। इस फिल्म में उन्होंने वीरा राघव रेड्डी की भूमिका निभाई थी। उन्होंने अपनी पढाई लिखाई आंध्र प्रदेश के क्रिश्चियन कॉलेज से की थी। उन्हें सर्वसेष्ठ खलनायक पुरुष्कार“नंदी पुरुस्कार से सम्मानित किया गया था।
Saddened by the passing of #JayaPrakashReddy garu. One of TFI’s finest actor-comedians. Will always cherish the experience of working with him. Heartfelt condolences to his family and loved ones.
— Mahesh Babu (@urstrulyMahesh) September 8, 2020
Jaya Prakash Reddya खलनायक की भूमिका के अतिरिक्त एक बहतरीन कॉमेडियन के रुप में उभरे। उन्होंने बहुत सी फिल्मों मे अपनी कॉमेडी से दर्शकों का दिल जीता । वह तेलगू फिल्म इंडस्ट्री में 1988 से सक्रिय थे।
Telugu cinema and theatre has lost a gem today with the demise of Jayaprakash Reddy Garu. His versatile performances over several decades have given us many a memorable cinematic moments. My heart goes out to his family and friends in this hour of grief. #JayaPrakashReddy pic.twitter.com/gOCfffmQjP
— N Chandrababu Naidu #StayHomeSaveLives (@ncbn) September 8, 2020
Also Read- 71 साल की उम्र में कोरोग्राफर Saroj khan का निधन। सांस से थी पीडि़त।
क्या होता है आंध्रप्रदेश का नंदी पुरुस्कार
नंदी पुरस्कार वे पुरस्कार हैं जो तेलुगु सिनेमा, तेलुगु थिएटर और तेलुगु टेलीविजन और भारतीय सिनेमा में लाइफटाइम उपलब्धियों की उत्कृष्टता को पहचानते हैं। आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा प्रतिवर्ष प्रस्तुत, यह पुरस्कार लेपाक्षी में बड़े ग्रेनाइट बैल के नाम पर रखा गया है – तेलुगु लोगों का एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक प्रतीक।
Author: टीम, भारतीय बुलेटिन
Get all the latest news from the Bhartiya Bulletin Team