- अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार को बताया कोरोना वैक्सीन का उत्पादन बढाने का फार्मूला।
- अन्य कंपनियों के साथा साझा करें कोरोना वैक्सीन का फार्मूला।
- दो कंपनियों के उत्पादन से पूरे देश का वैक्सिनेशन संभव नहीं।
नयी दिल्लीः देश में कोरोना वैक्सीन की कमी चल रही है जिसके चलते कुछ राज्यों को टीकाकरण में दिक्कतें आ रहीं हैं। वर्तमान समय में देश में दो कंपनियां कोरोना वैक्सीन के टीके का उत्पादन कर रही हैं। भारत की पहली स्वदेशी कोरोना वैक्सीन है ‘को-वैक्सीन’ (Covaxin) जिसका उत्पादन भारत बायोटेक कर रहा है। भारत बायोटेक इसका उत्पादन Indian Council of Medical Research के साथ मिल कर रहा है।
वहीं देश की दूसरी स्वदेशी कोरोना वैक्सीन ‘कोविशील्ड’ है जिसका उत्पादन सीरम इंस्टिट्यूट कर रहा है। ये दोनों कंपनियां कोरोना वैक्सीन का महीने में लग-भग 6 से 7 करोड़ कोरोना वैक्सीन का उत्पादन कर पा रही हैं। जो कि जनसंख्या को देखते हुए बहुत कम हैं। इस लिए दिल्ली के सीएम, अरविंद केजरीवाल ने सरकार से निवेदन किया है कि कोरोना वैक्सीन का उत्पादन बढाने के लिए वैक्सीन बनाने का फार्मूला देशकी अन्य फर्मा कंपनियों के साथ साझा किया जाए क्यूंकि दो कंपनियां देश को वैक्सीनेट करपाने में संभव नहीं हैं। इस लिए भारत में अन्य कंपनियों को कोरोना वैक्सीन बनाने की इजाजत दी जाए।
अरविंद कजरीवाल,युद्ध स्तर पर है कोरोना वैक्सीन के उत्पादन की जरुरत
केजरीवाल ने आगे कहा कि इससे यद्ध स्तर पर कोरोना वैक्सीन का उत्पादन हो सकेगा और जिससे हर भारतीय को वैक्सीन देना संभव हो पाएगा। इस लिए केंद्र सरकार को इस पर विचार करने की आवश्कता है।
वैक्सीन की कमी कैसे दूर करें-
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 11, 2021
केवल दो कंपनी से पूरे देश को वैक्सीन देना संभव नही
वैक्सीन का फ़ोर्मूला अन्य कंपनियों से साझा किया जाए
भारत में अन्य कई कंपनियों को वैक्सीन बनाने की इजाज़त दी जाए
युध स्तर पर वैक्सीन का उत्पादन किया जाए ताकि हर भारतीय को वैक्सीन दी जा सके
टीका करण में लग सकता है 2+साल का समय
अरविंद केजरीवाल पहले ही देश को ये बता चुके हैं कि इन दो कंपनियों के सहा वैक्सिनेशन में 2 साल से ज्यादा का समय लग सकता है। इस बात की जानकारी स्वयं केजरीवाल ने ट्विट करके दी।
Author: टीम, भारतीय बुलेटिन
Get all the latest news from the Bhartiya Bulletin Team