प्रदेश मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने क्रांतिकारी व समाज सुधारक छोटू राम की जयंती पर किया कोटि-कोटि नमन। अंग्रेज कांपते थे नाम से।

टीम, भारतीय बुलेटिन

टीम, भारतीय बुलेटिन

Get all the latest news from the Bhartiya Bulletin Team
प्रदेश मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने क्रांतिकारी व समाज सुधारक छोटू राम की जयंती पर किया कोटि-कोटि नमन। अंग्रेज कांपते थे नाम से।

हरियाणाः क्रांतिकारी व समाज सुधारक छोटू राम की जयंती पर हरियाणा सीएम मनोहरलाल खट्टर ने ट्विट करते हुए लिखा- सर छोटूराम जी को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन।
सीएम ने आगे लिखा-आप द्वारा किसानों, मजदूरों व वंचितों के लिए बुलंद की गई आवाज़ व जन कल्याण में दिया गया योगदान हम सभी को सदैव प्रेरित करते रहेगा।


वहीं हरियाणा डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने भी महान समाज सुधारक व क्रांतिकारी सर छोटू राम की जयंती पर शत-शत नमन किया श्रृद्धांजलि अर्पित की।

कौन थे सर छोटू राम

आप को बता दें कि सर छोटू राम एक समाज सुधारक और क्रांतिकारी थे। उनका जन्म 24 नवंबर 1981 को हरियाणा, के रोहतक जिले के छोटे से गांव गढी सांपला में एक बहुत साधारण परिवार में हुआ था। छोटू राम का असली नाम रिछपाल था। व अपने भाईयों में सबसे छोटे इसी लिए उनको सारे परिवार वाले छोटू कह कर पुकारते थे।

उनके दादा श्री रामरत्‍न के पास 10 एकड़ बंजर व बारानी जमीन थी। छोटूराम जी के पिता श्री सुखीराम कर्जे और मुकदमों में बुरी तरह से फंसे हुए थे।

उनके समक्ष फीस और शिक्षा का खर्चा वहन करना बहुत बड़ी चुनौती थी । छोटूराम जी के अपने ही शब्दों में कि सांपला के साहूकार से जब पिता-पुत्र कर्जा लेने गए तो अपमान की चोट जो साहूकार ने मारी वो छोटूराम को एक महामानव बनाने के दिशा में एक शंखनाद था। छोटूराम के अंदर का क्रान्तिकारी युवा जाग चुका था। अब तो छोटूराम हर अन्याय के विरोध में खड़े होने का नाम हो गया था।

क्रिश्‍चियन मिशन स्कूल के छात्रावास के प्रभारी के विरुद्ध श्री छोटूराम के जीवन की पहली विरोधात्मक हड़ताल थी। इस हड़ताल के संचालन को देखकर छोटूराम जी को स्कूल में ‘जनरल रोबर्ट’ के नाम से पुकारा जाने लगा। सन् 1903 में इंटरमीडियेट परीक्षा पास करने के बाद छोटूराम जी ने दिल्ली के अत्यन्त प्रतिष्‍ठित सैंट स्टीफन कालेज से में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्‍त की। छोटूराम जी ने अपने जीवन के आरंभिक समय में ही सर्वोत्तम आदर्शों और युवा चरित्रवान छात्र के रूप में वैदिक धर्म और आर्यसमाज में अपनी आस्था बना ली थी।

कांपते थे अंग्रेज

चौ. छोटूराम ने राष्‍ट्र के स्वाधीनता संग्राम में डटकर भाग लिया। 1916 में पहली बार रोहतक में कांग्रेस कमेटी का गठन हुआ जिसमें चौ. छोटूराम रोहतक कांग्रेस कमेटी के प्रथम प्रधान बने। सारे जिले में चौधरी छोटूराम का आह्वान अंग्रेजी हुकूमत को कंपकपा देता था। चौधरी साहब के लेखों और कार्य को अंग्रेजों ने बहुत ‘भयानक’ करार दिया। फलस्वरूप रोहतक के डिप्टी कमिश्‍नर ने तत्कालीन अंग्रेजी सरकार से चौधरी छोटूराम को देश-निकाले की सिफारिश कर दी। पंजाब सरकार ने अंग्रेज हुकमरानों को बताया कि चौधरी छोटूराम अपने आप में एक क्रांति हैं, उनका देश निकाला गदर मचा देगा, खून की नदियां बह जायेंगी।

किसानों का एक-एक बच्चा चौधरी छोटूराम हो जायेगा। अंग्रेजों के हाथ कांप गए और कमिश्‍नर की सिफारिश को रद्द कर दिया गया। चौधरी छोटूराम, लाला श्याम लाल और उनके तीन वकील साथियों, नवल सिंह, लाला लालचंद जैन और खान मुश्ताक हुसैन ने रोहतक में एक ऐतिहासिक जलसे में मार्शल के दिनों में साम्राज्यशाही द्वारा किए गए अत्याचारों की घोर निन्दा की। सारे इलाके में एक भूचाल सा आ गया। अंग्रेजी हुकमरानों की नींद उड़ गई। चौधरी छोटूराम व इनके साथियों को नौकरशाही ने अपने रोष का निशाना बना दिया और कारण बताओ नोटिस जारी किए गए कि क्यों न इनके वकालत के लाइसेंस रद्द कर दिये जायें। मुकदमा बहुत दिनों तक सैशन की अदालत में चलता रहा और आखिर चौधरी छोटूराम की जीत हुई। यह जीत नागरिक अधिकारों की जीत थी।

स्वाधीनता संग्राम में डटकर लिया भाग ।


सर छोटू राम का स्वाधीनता संग्राम में योगदान बहुत बढा रहा है। स्वाधीनता संग्राम में ही नही बल्कि चौधरी छोटूराम ने अनेक समाज सुधारक कानूनों के जरिए किसानों को शोषण से निज़ात दिलवाई जैसे- साहूकार पंजीकरण एक्ट
गिरवी जमीनों को मुफ्त वापसी एक्ट
कृषि उत्पाद मंडी अधिनियम
व्यवसाय श्रमिक अधिनियम
कर्ज माफी अधिनियम
मोर के शिकार पर पाबंदी।

ये भी पढेः टीवी अभिनत्री Rupali Ganguli, Instagram पर मना रही है खुशियां, जाने क्यों।

टीम, भारतीय बुलेटिन
Author: टीम, भारतीय बुलेटिन

Get all the latest news from the Bhartiya Bulletin Team

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest News

Rashifal

Stock Market Updates

Live Cricket Updates