नयी दिल्लीः कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने कहा कि कृषि कानूनो को निरस्त करने वाला विधेयक शीतकालीन सत्र के पहले दिन लोग सभा में पेश किया जाएगा। तीनो कृषि कानूनों को निरस्त (Farm Repeal Law) करने की घोषणा के बाद किसानों के आंदोलन को जारी रखने का कोई मतलब नहीं है। मैं किसानों से अपना आंदोलन खत्म करने और घर जाने का आग्रह करता हूं।
#WATCH | After the announcement of the repeal of the three farm laws, there is no point in continuing farmers' agitation. I urge farmers to end their agitation and go home: Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar pic.twitter.com/2noFm5MZsF
— ANI (@ANI) November 27, 2021
जहां तक विरोध के दौरान दर्ज मामलों का संबंध है, यह राज्य सरकारों के अधिकार क्षेत्र में आता है और वे निर्णय लेंगे। राज्य सरकारें अपनी राज्य नीति के अनुसार मुआवजे के मुद्दे पर भी निर्णय लेंगी। ये भी पढेंः Janhvi kapoor ने पापा बोनी कपूर के साथ फिल्म Milli में अर्जित अनुभव को साझा किया, लिखी भावुक पोस्ट।
#WATCH | As far as cases registered during the protest are concerned, it comes under the jurisdiction of state govts & they will take a decision. State govts will decide on the issue of compensation too, as per their state policy: Union Agriculture Minister NS Tomar pic.twitter.com/gQyWbUvx2F
— ANI (@ANI) November 27, 2021
कृषि मंत्री आगे बोले कि तीनों कृषि कानूनों का लोग सभा में निरस्त (Farm Repeal Law) कर दिया जाएगा उसके बाद किसानों को आंदोलन करने का कोई मतलब नहीं बनता है। इस लिए मैं किसानों से एक बार फिर अनुरोध करता हूं कि वह आंदोलन को खत्म कर दें।
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Author: टीम, भारतीय बुलेटिन
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