September 17, 2024 9:39 AM

Audit Diwas: ऑडिट को एक आशंका, एक भय के साथ देखा जाता था।आज इस मानसिकता को बदला गया है। आज ऑडिट को वैल्यू एडिशन का अहम हिस्सा माना जा रहा है।

टीम, भारतीय बुलेटिन

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Audit Diwas: ऑडिट को एक आशंका, एक भय के साथ देखा जाता था।आज इस मानसिकता को बदला गया है। आज ऑडिट को वैल्यू एडिशन का अहम हिस्सा माना जा रहा है।

नयी दिल्लीः दिल्ली में पहले ऑडिट दिवस (Audit Diwas) पर भारत के सीएजी, जीसी मुर्मू (GC Murmu) ने कहा कि हमने इस दिन को पहला ऑडिट दिवस चुना। भारत सरकार अधिनियम 1858 के तहत, 16 नवंबर 1860 को बंगाल, मद्रास और बॉम्बे प्रेसीडेंसी के ऑडिट विभागों के विलय के बाद, पहले महालेखा परीक्षक ने कार्यभार संभाला।

Audit Diwas: ऑडिट को एक आशंका, एक भय के साथ देखा जाता था।आज इस मानसिकता को बदला गया है। आज ऑडिट को वैल्यू एडिशन का अहम हिस्सा माना जा रहा है।

पीएम मोदी ऑडिट दिवस (Audit Diwas) पर बोले एक समय था, जब देश में ऑडिट को एक आशंका, एक भय के साथ देखा जाता था।
‘CAG बनाम सरकार’, ये हमारी व्यवस्था की सामान्य सोच बन गई थी। लेकिन, आज इस मानसिकता को बदला गया है। आज ऑडिट को वैल्यू एडिशन का अहम हिस्सा माना जा रहा है।

मुझे खुशी है कि आप तेजी के साथ परिवर्तन ला रहे हैं, प्रक्रियाओं को आधुनिक बना रहे हैं। आज आप advanced analytics tools इस्तेमाल कर रहे हैं, Geo-spatial data और satellite imagery का इस्तेमाल कर रहे हैं।

आज हम ऐसी व्यवस्था बना रहे हैं जिसमें ‘सरकार सर्वम्’ की सोच, सरकार का दखल भी कम हो रहा है, और आपका काम भी आसान हो रहा है। ‘मिनिमम गवर्नमेंट मैक्सिमम गवर्नेंस।

पुराने समय में information, stories के जरिए प्रसारित होती थी। कहानियों के जरिए ही इतिहास लिखा जाता था।

लेकिन आज 21वीं सदी में, data ही information है, और आने वाले समय में हमारी history भी data के जरिए देखी और समझी जाएगी।
सदी की ये सबसे बड़ी महामारी जितनी चुनौतीपूर्ण थी, उतनी ही इसके खिलाफ देश की लड़ाई भी असाधारण रही है।

100 करोड वैक्सिनेशन का पडाव पार किया

अंततः मोदी ने ऑडिट दिवस (Audit Diwas) पर ये भी कहा कि आज हम दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम भी चला रहे हैं। कुछ सप्ताह पहले ही देश ने 100 करोड़ वैक्सीन डोज का पड़ाव पार किया है।
पहले देश के बैंकिंग सेक्टर में transparency की कमी के चलते तरह तरह की practices चलती थीं।

परिणाम ये हुआ कि बैंको के NPAs बढ़ते गए। NPAs को कार्पेट के नीचे कवर करने का जो कार्य पहले के समय किया गया, वो आप भली-भांति जानते हैं।

लेकिन हमने पूरी ईमानदारी के साथ पिछली सरकारों का सच देश के सामने रखा। हम समस्याओं को पहचानेंगे तभी तो समाधान तलाश कर पाएंगे।

सदी की ये सबसे बड़ी महामारी जितनी चुनौतीपूर्ण थी, उतनी ही इसके खिलाफ देश की लड़ाई भी असाधारण रही है।

देखें वीडियोः बिरसा मुंडा की जयंती पर पीएम मोदी का झारखंड को तोहफा।

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Author: टीम, भारतीय बुलेटिन

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