नयी दिल्लीः पूर्व प्रधानंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 97वीं जयंती पर राष्ट्रपति रामनथ कोविंद ने श्रृद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने भारत के पूर्व प्रधान मंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी जयंती पर सदाव अटल, नई दिल्ली में श्रद्धांजलि अर्पित की।
President Ram Nath Kovind paid tributes to Shri Atal Bihari Vajpayee, former Prime Minister of India on his birth anniversary at Sadaiv Atal, New Delhi. pic.twitter.com/WdHWyEK6B3
— President of India (@rashtrapatibhvn) December 25, 2021
पूर्व प्रधानंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 मध्यप्रदेश के जिले ग्वालियर में हुआ था, और 16 अगस्त 2018 को उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया था। पूर्व प्रधानमत्री वाजपेयी ने ग्वालियर के महारानी लक्ष्मीबाई शासकीय उत्कृष्ट महाविद्यालय से उन्होंने शिक्षा प्राप्त की थी। उन्हें 1992 में पद्विभूषण और 2014 में भारत रत्न से नवाजा गया था।
अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे, व हिन्दी कवि, पत्रकार व उत्कृष्ट वक्ता थे। वे भारतीय जन संघ के संस्थापकों में से एक थे। उन्होंने लंबे अर्से तक राष्ट्र धर्म,पाञ्चजन्य और वीर अर्जुन जैसे राष्ट्रीय भावनाओं से ओत-पोत पत्र-पत्रिकाओं का संपादन किया था।
क्यूं कहा जाता हैं भीष्म पितामह
अपना जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में आजीवन अविवाहित रहने का संकल्प लेकर प्रारंभ करने वाले वाजपेयी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के पहले प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने गैर काँग्रेसी प्रधानमंत्री पद के 5 वर्ष बिना किसी समस्या के पूरे किए। आजीवन अविवाहित रहने का संकल्प लेने के कारण इन्हे भीष्मपितामह भी कहा जाता है।
पद्मविभूषण से नवाजे गये थे।
पद्म विभूषण सम्मान भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला दूसरा उच्च नागरिक सम्मान है, जो देश के लिये असैनिक क्षेत्रों में बहुमूल्य योगदान के लिये दिया जाता है। यह सम्मान भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है। इस सम्मान की स्थापना 2 जनवरी 1954 में की गयी थी। भारत रत्न के बाद यह दूसरा प्रतिष्ठित सम्मान है। पद्म विभूषण के बाद तीसरा नागरिक सम्मान पद्म भूषण है। यह सम्मान किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट और उल्लेखनीय सेवा के लिए प्रदान किया जाता है। इसमें सरकारी कर्मचारियों द्वारा की गई सेवाएं भी शामिल हैं।
भारत रत्न से नवाजे गये थे।
भारत रत्न भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता है। इन सेवाओं में कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल शामिल है। इस सम्मान की स्थापना 2 जनवरी 1954 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति श्री राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गई थी। प्रारम्भ में इस सम्मान को मरणोपरांत देने का प्रावधान नहीं था, यह प्रावधान 1955 में बाद में जोड़ा गया। एक वर्ष में अधिकतम तीन व्यक्तियों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है।
उल्लेखनीय योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले सम्मानों में भारत रत्न के पश्चात् क्रमशः पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री हैं।
श्री सचिन तेंदुलकर जी एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन को भारत रत्न प्राप्त हुआ है और वह भारत रत्न प्राप्त करने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति भी हैं इसके पश्चात भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेई जी को भी प्राप्त हुआ है यह उनको भारत को समर्पित अत्यंत प्रभावशाली राजनीतिक जीवन के लिए दिया गया है
Author: टीम, भारतीय बुलेटिन
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