फरीदाबाद: डीसीपी अमित यशवर्धन के दिशा निर्देश के तहत हरियाणा उदय कार्यक्रम के अंतर्गत सूरजकुंड थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रामबीर, महिला थाना एनआईटी प्रभारी इंस्पेक्टर सविता, सीनियर सिटीजन सेल इंचार्ज इंस्पेक्टर माया तथा पुलिस चौकी दयालबाग प्रभारी उमेद सिंह व उनकी टीम ने दयालबाग क्षेत्र में रह रहे प्रवासी कामगारों को नशा व उसके दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देते हुए जागरूक किया।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि हरियाणा उदय कार्यक्रम के अंतर्गत पुलिस टीम दयालबाग एरिया पहुंची जहां उन्होंने प्रवासी कामगारों सहित आमजन को नशे के विरुद्ध जागरूक करते हुए नशा मुक्ति जागरूकता अभियान चलाया। आमजन को नशे से बचने के लिए जागरूक करते हुए पुलिस टीम ने बताया कि नशा किसी भी अपराध का प्राथमिक कारण होता है।
कैसे नशे के चंगुल में फसता है व्यक्ति
जो व्यक्ति नशे के चंगुल में फंस जाता है उसे नशा करने के लिए पैसों की आवश्यकता होती है और जब उसके पास पैसे खत्म हो जाते हैं तो वह चोरी चकारी, लूट, डकैती इत्यादि वारदातों में शामिल हो जाता है। एक बार जब व्यक्ति लूट या डकैती की वारदात को अंजाम दे देता है तो वह इस प्रकार की वारदातों में लगातार शामिल रहने लगता है। इससे आगे चलते चलते कई बार उसके हाथों से किसी निर्दोष व्यक्ति की हत्या भी हो जाती है। ये भी पढेंः कबाडी कबाड खरीदकर उसमें छोडता था करंट ताकि न हो चोरी, अब तह उम्र काटेगा जेल. जाने पूरी खबर
इसलिए एक नशे के कारण एक सीधा साधा इंसान हत्यारोपी बन जाता है। यह नशे के दुष्परिणाम है जिसके चलते इंसान की जिंदगी तबाह हो जाती है। इतना ही नहीं उसके साथ-साथ उसके परिवार में भी बहुत सारी समस्याएं पैदा हो जाती हैं उनके घर में लड़ाई झगड़ा रहने लगता है और उसके परिजन घरेलू हिंसा के शिकार होते हैं। सभी को यह समझने की आवश्यकता है कि नशे को जड़ से मिटाएं तथा अपने और अपने साथियों को इस से दूर रहने के लिए जागरूक करें। ये भी पढेंः क्राइम ब्रांच बदरपुर बॉर्डर की टीम ने गिरफ्तार कर निकाली हवा, सोशल मीडिया पर अवैध हथियार से कर रहा था हवाबाजी.
Author: टीम, भारतीय बुलेटिन
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