फरीदाबादः एक बार फिर सूदखोरों की भेंट चढ़ा फरीदाबाद का एक शख्स महेश, 70000 रुपए के लोन के लिए देनी पड़ी जान। परिजनों ने लगाया सूदखोरों पर टॉर्चर करने का आरोप। पुलिस जांच के लिए मौके पर पहुंची मृतक सतीश के परिजनों के मुताबिक वह फरीदाबाद के गांव मंझावली के रहने वाले हैं 52 वर्षीय भगत सिंह एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करते थे।
करीब डेढ़ साल पहले उन्होंने बल्लबगढ़ के रहने वाले तीन लोग जो सूदखोरी का काम करते हैं, से 70 हजार रुपए लोन लिए थे। परिजनों का कहना है कि लोन ली गई रकम चुकाई भी जा चुकी है लेकिन इसके बावजूद सूदखोर उन्हें लगातार परेशान कर रहे थे और उन्हें धमकी दे रहे थे।
धमकी के डर से भगत सिंह ने अपनी नौकरी पर जाना भी छोड़ दिया था फिर 30 अक्तूबर को डर की वजह से सलफास खा लिया । अस्पताल में 6 दिन तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद आज इनकी मौत हो गई। भगत सिंह की मौत से दुखी परिजनों ने तीनों आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। सूदखोरी का धंधा एनसीआर में तेजी से फल फूल रहा है।
सूदखोर कम पैसे के बदले मोटी रकम वसूलते हैं
ये सूदखोर कम पैसा ब्याज पर देते हैं और उसके बदले एक मोटी रकम वसूल करते हैं। पैंसा चुकान के नाम पर धमकी भी देते हैं, साथ ही मारपीट भी करते हैं। यहां तक कि यदि पैसा नहीं दे पा रहे हो, तो ये सामान छीनने की धमकी भी देते हैं। ये सूदखोर मूलरकम कभी कम होने ही नहीं देते हैं, ये मूल रकम पर चक्रवर्ती ब्याज लेते हैं। ये कर्जदार की मजबूरी का फायदा कैेसे उठाना अच्छी तरह जानते हैं। कर्ज न देने पर ये कर्जदार का एटीएम तक छीन लेते हैं।
कयी कर्जदारों से मिली जानकारी के मुताबिक सरकार को इन सूदखोरों के खिलाफ कुछ एक्शन लेना चाहिए अन्यथा महेश की तरह जान देते रहेंगे। दिल्ली एनसीआर में सूदखोरी का धंधा खूब तेजी से पैस पसार रहा है।
Author: टीम, भारतीय बुलेटिन
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