सोनू सूद को धन्यवाद करते समय हुयी भावुक एक माँ। कहा सोनू मेरे भाई ने दिया सबसे बडा तोहफा।

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कोरोना काल में अभिनेता सोनू सूद ने किया ट्वीट कहा, गरीब अपनी किस्मत के कारण हारता है और अमीर अपनी नीयत के कारण हारता है।
  • actor sonu sood का धन्यवाद करते समय रोने लगी एक माँ।
  • सोनू मेरे भाई ने मुझे जिंदगी का सबसे मूल्यवान तोहफा दिया है।
  • पुलिया में जीवन बिता रहे एक पुरुष ने सोनू सूद से लगाई मदद की गुहार
  • सीमेंट की पुलिया में जीवन बिता रहा है, अपने बच्चों व विक्लांग दोस्त के साथ

मुंबईः अभिनेता सोनू सूद प्रवासी मजदूरों के लिए किसी मसीहा से कम नहीं हैं। इसी लिए इस समय चारों तरफ सोनू ही सोनू हो रहा है। सोनू सूद अपनी टीम के साथ प्रवासी मजदूरों को बराबर घर भेज रहे हैं। वह प्रवासी मजदूरों को घर भेजने का खर्चा ही नहीं उठा रहे हैं बल्कि स्वयं अपनी भागीदारी भी देकर कोरोना से लोहा लेने का जोखिम उठा रहे हैं।

जब भी कोई बस प्रवासी मजदूरों के लेकर किसी राज्य के लिए रवाना होती है तो वहां पर सोनू सूद स्वंय मौजूद होते हैं। और बस को बॉय-बॉय करते हैं। सोनू ने बिहार के प्रवासी मजदूरों को घर के लिए रवाना किया। बस सुरक्षित घर पहुंच गयी और घर पर पहुंचकर एक मनीष नामक प्रवासी मजदूर ने अपनी माँ को इस बारे में बताया। तो उसकी माँ रोने लगी। माँ ने सोनू सूद का ट्विटर पर धन्यवाद करने का निश्चय किया। इस प्रकार किया धन्यवाद कहा, ‘सोनू मेरे भाई’ मैं किस अल्फाज़ मे शुक्रिया अदा करुं कि मेरा लाल मेरे पास है। मेरे पास अल्फाज़ ही नहीं हैं। कि मेरा बेटा मेरे सामने है।

कहा सोनू ने बिन मांगे दिया राखी को तोहफा।

माँ रोकर कहने लगी कि जिस तरह एक बहन अपने भाई को राखी बांधती है। भाई उसे तोहफा देता परन्तु मेरे सोनू भाई ने आज मुझे बिना मांगे तोहफा दे दिया। मैं इस तोहफे को कभी भुला नही पाउंगी। मैं तडप रही थी, अपने बच्चे के लिए। आज मैं उसे अपने सामने देख रही हूं। जिस तरह तडपते हुए रेगिस्तान में एक बूंद पानी मिल जाता है। जिस तरह तडपती हुए मछली को समुंदर मिल जाता है। ऐसा ही तोहफा तडती हुयी एक मां को सोनू भाई ने दिया।

सोनू सूद ने भी जवाब में लिखा कि ‘माता जी को मेरा प्रणाम’ शब्द नहीं हैं मेरे पास कहने के लिए। अभी और भी बहुस सारे मनीष हैं। जिनको उनकी मां से मिलवाना है।

पुलिया में जीवन बिता रहे व्यक्ति ने की सोनू से मदद की फरियाद।

एक व्यक्ति बैंग्लूरु के स्टेशन के बाहर एक सीमेंट की पुलिया के भीतर जीवन बिताने को मजबूर है। उसके पास खाने को कुछ भी नहीं है। उसके साथ दो छोटे मासूम बच्चे और एक विक्लांग दोस्त है। उसकी बीवी उसे छोड कर चली गयी है। उसका नाम आजाद है। उसने एक वीडियो के जरिए अभिनेता सोनू सूद (actor sonu sood ) से मदद की फरियाद लगाई। अभिनेता ने भी तुरंत जवाब में कहा, कल आप घर जा रहे हो मेरे भाई। कल सुबह का सबसे पहला काम यही है।

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Author: टीम, भारतीय बुलेटिन

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