नई दिल्लीः किसान आंदोलन पर छटे दौर की वार्ता के लिए किसान सिंघू बोर्डर से कृषि भवन के लिए रवाना हो गये हैं। आज सरकार और किसान नेताओं के बीच तीनों कृषि कानूनों पर चर्चा होगी। इस वार्ता में एक बार फिर किसान संगठनों के 40 नेता भाग लेंगे क्योंकि 40 किसान नेताओं को सरकार ने वार्ता के लिए आमंत्रित किया है।
A delegation of farmers leaders leave Singhu border to hold talks with Centre over three farm laws
— ANI (@ANI) December 30, 2020
Union Government will hold sixth round of talks with the protesting farmers today. pic.twitter.com/RamZKPxwrQ
केंद्र सरकार छटे दौर की वार्ता के लिए उत्साहित नज़र आ रहे है, वहीं किसाान नेता तीनों किसान कानूनों की वापसी से कम कुछ नहीं मानने की मांग पर अडे है। केंद्र सरकार में वाणिज्य और उद्योग मंत्री सोम प्रकाश का कहना है कि हमें उम्मीद है कि किसान नेताओं और सरकार के बीच वार्ता निर्णायक होगी। एमएसपी सहित सभी मुद्दों पर दिल से बातचीत होगी। इस लिए मुझे उम्मीद है कि किसान आंदोलन आज समाप्त हो जाएगा।
We hope that the talks will be decisive. Talks will be held on all issues including MSP with an open heart. I hope that farmers' agitation ends today: Som Prakash, Minister of State for Commerce & Industry on govt-farmers' talks today pic.twitter.com/IRmIii32tj
— ANI (@ANI) December 30, 2020
किसान नेता है ना उम्मीद
वहीं किसान नेताओं का कहना है कि पांचवी दौर की वार्ता से कोई निर्णायक हल नहीं निकाल इस लिए मुझ नहीं लगता है कि आज भी हम किसी समाधान तक पहुंचेंगे। तीनों कृषि कानूनों को निरस्त किया जाना चाहिए। सुखविंदर सिंह साबरा, संयुक्त सचिव, किसान मजदूर संघर्ष समिति, पंजाब
It's essential to have strong opposition in the country whom the govt fears but here they don't. This is why farmers had to come on roads. Opposition should sit in pitched tents& stage protest on roads against the farm laws: Rakesh Tikait, Bharatiya Kisan Union at Ghazipur border pic.twitter.com/2l4XQYAt5m
— ANI (@ANI) December 30, 2020
राजनाथ सिंह की चेतावनी
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने माना कि किसान देश की रीढ हैंं, वह हमारे अन्नदाता हैं और जो कोई उनको नक्सली, खालिस्तानी और या फिर किसी अन्य नाम से संबोधित करता है, मैं उसकी निंदा करता हूं। मैं किसानों का तहे दिल से सम्मान करता हूं।ऐसा करने वालों के लिए अच्छा नहीं होगा।
#WATCH These allegations should not be made by anyone against farmers. We express our deepest respect towards farmers. They are 'annadatas': Defence Minister Rajnath Singh on being asked about farmers being termed 'naxals' and 'khalistanis' pic.twitter.com/d8B8i3C8qc
— ANI (@ANI) December 30, 2020
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Author: टीम, भारतीय बुलेटिन
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